सुंदरता क्या है
सुंदरता एक शब्द के साथ साथ एक विचार है , एक भाव है ,एक एहसास है , जो किसी व्यक्ति या वस्तु को देख कर हमारे अंदर आता है
कोई व्यक्ति सुन्दर कब लगता है ,सुंदरता के क्या माप दंड है ,क्या हमारे चेहरा ही सुंदरता की परिभाषा पूरी कर देता है ,यह सवाल हमारे अंदर उठते ही रहते है। इनके उत्तर में मैं यही कहूंगा की सुंदरता के पांच आधार हो सकते हैं
1 . चेहरा
2 . शारीरिक सुंदरता
3 . भावनात्मक सुंदरता
4 . वाणी
5 . क्रिया कलाप
हमें इन सभी बातों पर विचार करना चाहिए और यह मानना चाहिए की सुन्दर तो संसार का हर व्यक्ति हो सकता है -
1 . अपने विचारों को स्वच्छ रखें।
2 . अपनी भावनाओ को साफ़ व सत्यता के धरातल पर रखें।
3 . अपनी वाणी को मधुर व सुन्दर रखें।
4 . अपने कार्यों से दूसरों को खुश रखें।
5 . अपने व्यव्हार को निर्मल व स्वच्छ रखें।
6 . अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करें।
7 . दूसरों की मदद करें।
8 . सभी का भला सोचें।
9 . सभी को उचित व अच्छी सलाह दें।
ऐसा व्यक्ति सबका प्यारा होता है और जो प्यारा है वही सुन्दर है
परंतु आदिकाल से ही मानव ने सुन्दर लगने के लिए अपने चेहरे को आधार बनाया है। सौंदर्य प्रसाधनो के बारे में यही कहूंगा की यदि हम प्रकृति की तरफ जाते है तो परिणाम काफी अच्छे होंगे ख़ास कर महिलाओं के लिए। अब कुछ ऐसे तरीकें भी है जिनसे हम अपने शरीर को सुन्दर व आकर्षक व सुन्दर बना सकते है।
1 . दिन में चार पांच बार अपने चेहरे को धोना है।
2 . रोज़ दिन में स्नान अवश्य करें।
3 . सुबह एक गिलास पानी में आधा निम्बू निचोड़ कर पिए।
4 . सप्ताह में एक बार दूध में चिरोंजी पीस कर चेहरे पर लगाएं।
5 . चेहरे पर हमेशा मुस्कान रखें।
6 . खुल कर हँसना सीखें।
7 . रोज़ थोड़ा व्यायाम अवश्य करें।
8 . रात के खाने के बाद 10 मिनट टहले अवश्य।
9. वाणी में कठोर शब्दो से बचें।
10. दोपहर का खाना खाने के बाद एक लौंग मुह में डाल कर चबाय।
11. माह में दो बार हाथो व चेहरे पर उपटन करे।
12. नाखुनो को साफ रखे।
13. पुरुष अपनी बालो को छोटे रखे व समय पर शेव करे।
इसी प्रकार से ऐसे बहुत से साधन है जो हमको सुन्दर बना सकते है। जरुरत है तो अपनी शरीर , कार्यो , भावो , सोच , विचार , व्यव्हार को साफ रखने का प्रयत्न करे।
लेखक - शंकर शर्मा
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